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मरवाही में कंवर और गोंड आदिवासी समुदाय के लोग काफी संख्या में रहते हैं। प्रवक्ता ने बताया, ‘सिंह गोंड समुदाय से हैं और चिकित्सा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उन्हें ख्याति प्राप्त है।’ कांग्रेस और जेसीसी (जे) द्वारा अपने उम्मीदवारों की घोषणा की जानी अभी बाकी है। इस उपचुनाव के लिये नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 16 अक्तूबर है।
गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में जोगी ने इस सीट पर भाजपा की अर्चना पोर्ते को 46,462 वोटों के अंतर से हराया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे। जोगी, 2000 में नवगठित राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बने थे। वह 2001 में इस सीट पर हुए उपचुनाव में विजयी हुए थे। वह 2003 और 2008 के विधानसभा चुनाव में भी इस सीट से विजयी घोषित किए गए।
इसके बाद 2013 में जोगी के बेटे अमित जोगी ने जीत दर्ज की। वहीं, 2016 में अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़ दी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का गठन किया। वह जेसीसी (जे) के उम्मीदवार के तौर पर 2018 के चुनाव में एक बार फिर मरवाही सीट से जीते थे।
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